अमर उजाला नेटवर्क, शिमला
Published by: अरविन्द ठाकुर
Updated Sun, 03 Oct 2021 08:38 PM IST
सार
हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष अश्वनी ठाकुर ने शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह के बयान की कड़ी निंदा की है।
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
विक्रमादित्य सिंह ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने कभी भी अधिकारियों या कर्मचारियों के खिलाफ ऐसी कोई टिप्पणी या बयान नहीं दिया है, जो उनकी भावना को ठेस पहुंचाता हो। कांग्रेस हमेशा अधिकारियों और कर्मचारियों की हितैषी रही है। यही वजह रही है कि पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के शासनकाल के दौरान हमेशा सरकार और प्रशासन के बीच अच्छे संबंध रहे हैं।
कहा कि भाजपा के शासनकाल में सरकार और प्रशासन के बीच पैदा हो रही खाई के बारे में सब जानते हैं। सरकार और शासन में न तो समन्वय ही है और न ही कोई सौहार्द है। जिस प्रकार भाजपा के नेता और मंत्री अधिकारियों और कर्मचारियों को डरा धमका रहे हैं, वह सर्वविदित है। प्रदेश के मुख्य सचिव के साथ दुर्व्यवहार किया जाता रहा है, उससे सभी वाकिफ हैं। कुछ मुट्ठी भर अधिकारी और कर्मचारी जो आज भाजपा के एजेंट बनकर सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं।
विक्रमादित्य के बयान की कड़ी निंदा
हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष अश्वनी ठाकुर ने शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह के बयान की कड़ी निंदा की है। विक्रमादित्य ने बयान में कर्मचारियों को धमकी भरे अंदाज में संदेश देने की कोशिश की है कि जब उनकी सरकार आएगी तो कर्मचारियों को प्रदेश के कोने-कोने में पटका जाएगा। उन्होंने महासंघ की समस्त जिला इकाइयों और विभागीय अध्यक्षों से मांग की है कि वे अपने अपने स्तर पर विक्रमादित्य के बयान का डटकर विरोध करेंगे।
प्रदेश की संस्कृति पर हमला कर रहे विक्रमादित्य: वीरेंद्र
कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह की ओर से बार-बार सरकार और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के खिलाफ टिप्पणी करने पर भाजपा ने आक्रामक रुख अपना लिया है। भाजपा सचिव वीरेंद्र चौधरी ने विक्रमादित्य सिंह के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें उन्होंने सीएम को नाटी डालने और खिचड़ी खाने वाला मुख्यमंत्री कहा था। भाजपा नेता ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह एक चुने हुए प्रतिनिधि होने के बावजूद राजनीतिक मर्यादा भूल चुके हैं।
कहा कि विक्रमादित्य सिंह भूल गए हैं कि उनके पिता एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी कई मौकों पर नाटी डालते थे। भाजपा नेताओं ने इस पर कभी टिप्पणी नहीं की थी। उन्होंने विक्रमादित्य सिंह से पूछा कि अपने क्षेत्र में हो रहे काम का क्रेडिट लेने को तो आगे आते हैं, लेकिन राजनीतिक मंचों से मर्यादा कैसे भूल जाते हैं।
कहा कि कुछ दिन पहले विक्रमादित्य सिंह ने खुद सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात की थी और फिर शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के लिए मंजूर विकास परियोजनाओं की जानकारी सोशल मीडिया पर डाली थी। उसमें कहा था कि सरकार किसी का भी हो, विकास कार्य जारी रहना चाहिए। यह दिखाता है कि जयराम सरकार बिना किसी भेदभाव प्रदेश के हर क्षेत्र का विकास कर रही है।